आदत है
मुझे सुनने की आदत है
उसे कहने की आदत है
कह कर बांच ही लेती है
वो कृष्णा की कली सी है
नाजों में निखरी भी है
राधा की वो मीत सी है
फिर भी मौन है मूक है
"अरु" तू बता तू अब कौन है
उसे कहने की आदत है
कह कर बांच ही लेती है
वो कृष्णा की कली सी है
नाजों में निखरी भी है
राधा की वो मीत सी है
फिर भी मौन है मूक है
"अरु" तू बता तू अब कौन है
bahut sunder rachna hai aradhana ji ,tumhe aadat hai hume bhool jaane ki ,hume aadat hai tumhe naa bhool paane ki yaa khuda itna to karam kar meri taqdeer par ,yaa tum mujhe na bhool paao yaa mai tumhe bhool jaaon.
ReplyDeletekya baat hai itna sunder likha aapne
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