बात कहता था
साभार गूगल वो सादा दिल था बात कहता था ख़ामोशी के साथ राज़ कहता था अपने आप से जुदा रहता था मगर दिल का हाल कहता था लिबास उम्र भर सादा रहा उसका हँस कर पते कि बात कहता था उसको नहीं था वक्त का अंदाज़ वो सच्ची बात मुँह पर कहता था मलाल था नहीं दिल में उसे कोई अपनी रेखाओं में देखता रहता था छुप कर नहीं सरेआम कहता था खयाली नहीं वो यथार्थ कहता था ईश्वर तूम खो गए होगे कही उससे तुम्हे ही खोजता दिन रात रहता था करूँ क्या बात उसकी वो मसीहा था "अरु" सखा सा पिता दुख में जिया था